प्रदेश के करीब पच्चीस हजार विद्यालय के वित्तविहीन शिक्षक सम्मान जनक वेतन से वंचित है – शिक्षक विधायक ध्रुव कुमार त्रिपाठी
विश्व सेवा संघ न्यूज टीम
सिद्वार्थनगर।-जिले के लोहिया कला भवन में वित्तविहीन महासंघ की विशेष बैठक आहूत की गयी, जिसका मुख्य उद्देश्य था समान कार्य समान वेतन। उक्त कार्यक्रम में जनपद सिद्धार्थनगर के समस्त वित्तविहीन प्रबन्धक प्राचार्य एवं शिक्षक गण भारी संख्या में उपस्थित रहें। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिक्षक विधायक ध्रुव कुमार त्रिपाठी जी रहें। मां सरस्वती जी की प्रतिमा पर विधायक द्वारा पुष्प एवं द्वीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की गयीं। मंच पर सभी मंचासीन अतिथियों का अंग वस्त्र एवं माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। कार्यक्रम का संचालन सुरेन्द्र पाण्डेय ने किया। उक्त विषय पर कार्यक्रम के संयोजक शिवचन्द यादव ने अपने विचार रखें। लीलावती ग्रुप आफ एजुकेशन पेंडारी बुजुर्ग सिद्धार्थनगर के प्रबन्धक डॉक्टर वेद प्रकाश पाण्डेय ने वित्तविहीन शिक्षकों के समान कार्य समान वेतन विषय पर बोलते हुए कहा की वित्तविहीन शिक्षक न्यूनतम वेतन में शिक्षण कार्य करता है। ऐसी स्थिति में उसके परिवार को दवा कराने हेतु गवर्नमेंट की तरफ से सुविधायें मिलनी चाहिए। विधायक द्वारा सदन में इस बात को रखा जायें। इसी क्रम में अनिल राय ने अपने विचार को व्यक्त करते हुए कहा की विधायक ने सड़क से लेकर सदन तक शिक्षकों के हित की लड़ाई लड़ी है, आगे भी लड़ते रहेंगे। सिद्धार्थ द्विवेदी ने भी अपने विचार को व्यक्त किया। प्रबन्धक नर्सिंग पाण्डेय ने कहा की जब सामान डिग्री होने के बाद शिक्षकों की नियुक्ति होती है, चाहे वह एडेड के शिक्षक हो या फिर वित्तविहीन के तो फिर वित्तविहीन के साथ भेदभाव क्यों सभी को एक समानता की नजर से देखा जायें। अन्त में संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए शिक्षक विधायक ध्रुव कुमार त्रिपाठी ने कहा की माध्यमिक शिक्षा में प्रयोग के तौर पर मात्र दो वर्ष के लिए वित्तविहीन व्यवस्था लागू की गई थी, लेकिन सरकारों की शिक्षा के प्रति उदासीनता के चलते यह व्यवस्था आज तक चली आ रही है। इस व्यवस्था में वित्तविहीन शिक्षकों की न कोई सेवा नियमावली है और न ही सरकार द्वारा वेतन की व्यवस्था। विद्यालयों के प्रबन्धक द्वारा अल्प वेतन में ही इन शिक्षको को जीवन यापन करना मजबूरी बन गई है। इनकी समस्या सदन में बार-बार उठाने के बाद कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया जाता है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के बाद भी प्रदेश के करीब पच्चीस हजार विद्यालय के वित्तविहीन शिक्षक सम्मान जनक वेतन से वंचित है। शिक्षक विधायक ने वित्तविहीन शिक्षकों से एकजुट होकर अपने अधिकार के प्रति संघर्ष करने का आह्वाहन किया है। राजकीय इन्टर कॉलेज नौगढ़ के प्रधानाचार्य दयाशंकर यादव उपस्थित रहें। इसी क्रम में जनपद सिद्धार्थनगर के वित्तविहीन प्रबन्धक गण में ओम प्रकाश सिंह, भूपेन्द्र चौबे, राममूरत यादव, संजीत सिंह, अंकित सिंह, संजय सिंह, विनय पाण्डेय, सच्चिदानन्द चौबे, विजय चौधरी, मुन्ना मिश्रा, राजेश पाण्डेय, बृजेश द्विवेदी, रामायण मिश्र, रामविलास यादव, उदय नारायण मिश्र, सोनू पाण्डेय, शिशिर मिश्रा, पंकज त्रिपाठी, बेचन यादव, रामानन्द वर्मा, योगेन्द्र सिंह, इबादत अली, रमाशंकर यादव, रामकिंकर त्रिपाठी, अवधेश यादव, बुद्धसागर पाण्डेय और अन्य सम्मानित प्रधानाचार्य एवं शिक्षक गण उपस्थित रहें।