लेखपाल के विरुद्ध डीएम द्वारा लिया गया निर्णय एक सराहनीय कदम है – विधायक विनय वर्मा

विश्व सेवा संघ न्यूज टीम

सिद्धार्थनगर।भ्रष्टाचार के विरुद्ध शासन के जीरो टॉलरेंस नीति के क्रम में लेखपाल के विरुद्ध लिया गया। आपका निर्णय एक सराहनीय कदम है। मैं जनपद एवं अपने क्षेत्र की जनता की तरफ से इसकी सराहना करता हूँ। साथ ही साथ यह भी मांग करता हूँ कि तहसील की गड़बड़ियों में उपजिलाधिकारी की भूमिका की जांच जरुर होनी चाहिए। अतः इनके वर्तमान कार्यों/रीति-नीति को भी कसौटी पर परख कर जनता को पारदर्शी न्याय दिखे ऐसा प्रयास जरूर हो। व्यवस्था में ईमानदारी से जनहित में कार्य कर रहें हैं। सभी सरकारी कर्मचारियों/अधिकारियों को प्रोत्साहन व पुरस्कार एवं अनैतिक कार्यों में लिप्त रहकर जनता का शोषण करने वाले को उचित दण्ड यही न्यायप्रिय शासन व्यवस्था का मूलमंत्र है। उक्त बातें विधायक विनय वर्मा ने जिलाधिकारी सिद्धार्थनगर को पत्र भेजते हुए कहीं। विधायक ने विधान सभा शोहरतगढ़़ क्षेत्र में लेखपालों की इस अनियमितता के कारण बाढ़ पीड़ित पात्र किसान मुआवजा से वंचित हो गयें, जबकि अपात्रों को मुआवजा दे दिया गया। विधायक के शिकायत पर आपने (डीएम) जांच करायीं, तो भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ और दोषी मिलें। लेखपालों के खिलाफ कार्रवाई भी हुई। यदि यह कार्रवाई वापस ली गयीं तो भ्रष्टाचार करने वालों का मनोबल बढ़ेगा और जनता का शोषण पुनः होगा। विधायक ने कहा कि उक्त प्रकरण न तो ओछी राजनीति का है और न ही इस पर कोई राजनीति ही होनी चाहिए। यह मुद्दा विशुद्ध रूप से जनता के कष्टों के निराकरण, भ्रष्टाचार के विरुद्ध जनता की आवाज़ और वर्तमान सरकार के जनहित के संकल्पों के साथ जुड़ा हुआ है। डीएम द्वारा की गई यह कार्यवाही सराहनीय है। इससे न केवल गलत कार्य करने वालों के मन में भय बैठेगा अपितु ईमानदार कर्मचारियों और अधिकारियो को भी सत्कर्म की प्रेरणा मिलेगी।

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