b12

इटवा। हमारा शरीर एक मशीन की तरह कार्य करता है और इसे सही रूप से चलाने के लिए कई जरूरी पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। इन्हीं में से एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है विटामिन बी12, जिसकी कमी से शरीर में अनेक प्रकार की गंभीर बीमारियां जन्म ले सकती हैं। विटामिन बी12

विशेष रिपोर्ट: विश्व सेवा संघ, संवाददाता

जय प्रकाश त्रिपाठी

विटामिन बी12 न केवल लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण और डीएनए के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, बल्कि मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र के कार्यों के लिए भी अत्यंत आवश्यक होता है। इसकी कमी को नजरअंदाज करना गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को निमंत्रण देना है।

आइए जानते हैं, विटामिन बी12 की कमी से कौन-कौन सी बीमारियां हो सकती हैं:


  1. हाथ-पैरों में झनझनाहट

अगर आपको हाथों या पैरों में बार-बार झनझनाहट या सुन्नपन महसूस होता है, तो इसे नजरअंदाज न करें। यह शरीर में विटामिन बी12 की कमी का संकेत हो सकता है, जो नसों पर असर डालता है। समय रहते जांच जरूरी है।


  1. त्वचा संबंधी समस्याएं

त्वचा पर सूजन, लालिमा या जलन जैसे लक्षण भी बी12 की कमी से हो सकते हैं। लंबे समय तक इन लक्षणों को नजरअंदाज करना स्किन इंफेक्शन या अन्य त्वचा रोगों में बदल सकता है।


  1. लगातार सिरदर्द व माइग्रेन

बी12 की कमी से सिरदर्द सामान्य बन जाता है, और यह आगे चलकर माइग्रेन में भी बदल सकता है। यदि आपको लंबे समय से सिरदर्द हो रहा है, तो विटामिन बी12 की जांच अवश्य कराएं।


  1. आंखों की कमजोरी

विटामिन बी12 की कमी न्यूरोलॉजिकल सिस्टम को प्रभावित करती है, जिससे आंखों की रोशनी पर असर पड़ सकता है। आंखों में धुंधलापन, जलन या देखने में दिक्कत जैसे लक्षण दिखें तो सतर्क हो जाएं।


  1. एनीमिया (खून की कमी)

विटामिन बी12 की कमी से शरीर में रक्त निर्माण प्रक्रिया प्रभावित होती है जिससे एनीमिया हो सकता है। थकावट, कमजोरी, चक्कर आना, त्वचा का पीला पड़ना, उल्टी-दस्त इसके प्रमुख लक्षण हैं।


  1. कान में सीटी बजना (टिनिटस)

लगातार कान में सीटी या झनझनाहट सुनाई देना विटामिन बी12 की कमी का संकेत हो सकता है। एक शोध के अनुसार, टिनिटस से पीड़ित 42.5% लोगों में बी12 की कमी पाई गई। मस्तिष्क के सुचारू संचालन के लिए भी यह विटामिन आवश्यक है।


कैसे करें विटामिन बी12 की कमी को पूरा?

  1. संतरे का सेवन करें:
    संतरा विटामिन बी12 का एक अच्छा स्त्रोत है। इसमें बीटा-कैरोटीन, एंटीऑक्सीडेंट और कैल्शियम भी होता है।
  2. अंडा, मांस और चिकन खाएं (मांसाहारी के लिए):
    अंडे की जर्दी, रेड मीट, चिकन आदि विटामिन बी12 से भरपूर होते हैं। ये शरीर की कमी को तेजी से पूरा करते हैं।
  3. दूध और डेयरी उत्पाद (शाकाहारी के लिए):
    दूध, दही, पनीर और चीज़ जैसे डेयरी उत्पादों में भरपूर बी12 होता है। शाकाहारी लोग नियमित रूप से इनका सेवन करके इस विटामिन की पूर्ति कर सकते हैं।

निष्कर्ष:
विटामिन बी12 की कमी को हल्के में न लें। इसके लक्षणों को समय पर पहचानना और डॉक्टर से परामर्श लेना अत्यंत आवश्यक है। सही खान-पान और जीवनशैली से आप इस महत्वपूर्ण विटामिन की पूर्ति कर सकते हैं और शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं।

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