विश्व सेवा संघ, संवाददाता
लखीमपुर खीरी में शारदा नदी की बाढ़ नियंत्रण परियोजना विवादों में घिर गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस महत्वाकांक्षी योजना में नियमों की अनदेखी की जा रही है। टेंडर में 8 डेजर की अनिवार्यता के बावजूद कार्य पोकलैंड, ट्रैक्टर ट्राली और मड़पम्प से किया जा रहा है।
रविवार को एडीएम (वित्त एवं राजस्व) नरेंद्र बहादुर सिंह ने पलिया में शारदा नदी के ड्रेसिंग कार्यों का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने एसडीएम रत्नाकर मिश्रा और तहसीलदार आरती यादव के साथ कार्यों की वर्तमान स्थिति का जायजा लिया। एडीएम ने नदी में पानी के प्रवाह और बांध के संरचनात्मक सुधार कार्यों की प्रगति की जानकारी ली।
क्षेत्रीय विधायक ने इस परियोजना में धन के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। बाढ़ मंडल के अधिकारी धर्मेंद्र सिंह और अजय कुमार पर नियमों की अनदेखी का आरोप है। धर्मेंद्र सिंह द्वारा 2021 से बनाई गई बाढ़ बचाव योजनाएं लगातार विफल हो रही हैं। इससे सरकार के करोड़ों रुपए बर्बाद हो रहे हैं।
एडीएम ने अधिकारियों को कार्य की गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कार्य स्थल पर सुरक्षा मानकों का पालन अनिवार्य है। किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। प्रशासन इन कार्यों पर निरंतर निगरानी रखेगा।