सांसद-विधायक जी काश खराब सड़कों व बढनी क्षेत्र मे सुगर फैक्ट्री उद्योग लगाने व बाढ़ से निजात दिलाने के लिए अनशन करते: अजय अग्रहरि, समाजसेवी

पन्द्रह वर्षों से जनता व मीडिया आवाज उठाकर थक चूके सांसद व विधायक बयानों तक सीमित: ग्रामीण

विश्व सेवा संघ, संवाददाता

बढ़नी। ग्रामीणों ने बताया कि कि काश जनप्रतिनिधियों को कहने का मौका होता कि प्रदेश व केंद्र मे दूसरे की सरकार है हमारी नही सुनी जाती ? जनपद सिद्धार्थनगर का विकास खंड बढनी अति पिछड़ा विकास खंड है उत्तर तरफ नेपाल राज्य व पश्चिम तरफ जनपद बलरामपुर की सीमा से सटा तो दक्षिण तरफ इटवा विकास खंड वहीं पूर्वी तरफ शोहरतगढ विकास खंड को स्पर्श करता है नेपाल सीमा से सटा विकास खंड बढनी नदियों से घिरा घुरहिया,वूढीराप्ती,चरगहवां बानगंगा आदि नदियों से पूरा विकास खंड का कृषि क्षेत्र वरसात मे जल मग्न होकर फसलों को अपने आगोश मे लिये रहता है । वरसात के पानी से अगर कहीं कुछ क्षेत्र बचा भी रहता है तभी नेपाल अपने नदियों जलाशयों का पानी छोडकर विकास खंड बढनी सहित पूरे जनपद की फसलों को अपने आगोश मे ले लेता है । वाढ व नेपाल के पानी को नियंत्रित करने की सारी सरकारी योजनाएं मीटिंगें ठंढे वस्तेमे जलमग्न हो लाई भुजिया माचिस चना मवाजा आदि तक सिमट जाती हैं?मवाजे की भी बंदर बांट की खबर बन चार लेखपाल लाइन हाजिर हटाये जा चुके हैं ? उद्योग विहीन जनपद सिद्धार्थनगर का शोहरतगढ विधानसभा क्षेत्र का विकास खंड बढनी अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है कहा जाता है किसी क्षेत्र के विकास मे उसके अच्छी सड़कों का बडा योगदान होता है दुर्भाग्य से इस विकास खंड की ग्रामीण सड़कें गड्ढों मे तब्दील हो चली हैं । क्षेत्र के बूढे बच्चे बीमार सभी लोग अच्छी डामर युक्त सड़कों के दर्शन को तरस गये हैं स्व विधायक शिवलाल मित्तल व दिनेश सिंह ,व विधायक रविन्द्र चौधरी व कुछ सडके जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती साधना चौधरी के बनवाये सड़कों पर आज तक कोई जन प्रतिनिधि रोलर डामर लेपन नही करवा पाया ,पूछता है बढनी आखिर क्यों ? जबकि योगी मोदी जी राज मे विधायक सांसद , पूर्वांचल निधि आदि निधि मे राशि बढरोत्री ही हुई बताई जा रही है ? नई पीढी को बताते चलें इसी बढनी मे आजादी के पहले 1930 मे एक विशाल सुगर फैक्ट्री थी किसान व्यापारी सभी खुशहाल थे गन्ना लाने के लिए क्षेत्र की सड़कों की दशा सुधारने का रोड मैप तैयार हो गया था तभी कुछ कमनिष्ट विचारधारा के लोग मिल के वर्करों को भडका कर आप मजदूर नही हो आप हड़ताल करो आप हिस्सेदार मालिक बनो । मिल मे हड़ताल करवा मिल बंद करवा दिया मिल मालिक स्व श्रीराम लाला यहां से मिल उखाड़कर मवाना मेरठ ले गये जो आज वहां वह एशिया की टाप टेन सुगर फैक्ट्री मे सुमार है।वढनी मधवानगर ढेकहरी खुर्द के वरिष्ठ जन अजय अग्रहरि, अश्वनी पान्डे, अर्जुन चौरसिया, अनिल चौरसिया अर्जुन यादव,दिलीप पांडे, सुदामा यादव,गौतम द्विवेदी, गोविंद द्विवेदी आदि दर्जनों लोगों ने कहा,काश विधायक जी सांसद जी इस क्षेत्र के ग्रामीण सडकों, सुगर फैक्ट्री, उद्योग लगाने व नेपाल के पानी व वाढ नियंत्रण पर भी एक बार अनशन करते तो शायद ? सफलता मिलकर उनका नाम विकास खंड बढनी के इतिहास मे स्वर्ण अक्षरों मे लिखा जाता, किसानो, व्यापारियों के पढे लिखे बेरोजगार बच्चे भी अपराध तस्करी के तरफ न जाकर खुशहाल जिंदगी गुजार पाते ।

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