मूल भूत सुविधाओं को तरस रहे मड़नी गांव के लोगों ने लगाई न्याय की गुहार: नाली, खड़ंजा, पानी, स्ट्रीट लाइट, शौचालय, पंचायत भवन आदि सुविधाओं से है महरूम
सुविधाओं के आभाव में नरकीय जीवन जीने को मजबूर ग्रामवसी
विश्व सेवा संघ संवाददाता
अर्जुन यादव
बढ़नी- विकास खंड बढ़नी के ग्राम पंचायत मड़नी रेलवे लाइन उत्तर तरफ बसें गांव के लोग आजादी के 76 साल बाद आज भी मूल भूत सुविधाओं को तरस रहे हैं। गांव निवासी घनश्याम चौहान , बब्बन, आरती देवी, मनीषा , नन्दे चौहान आदि लोगों का कहना है कि हमारे गांव में सड़क किनारे नाली नहीं बना है और सामुदायिक शौचालय भी बंद रहता है। जबकि देखभाल के लिए केयर टेकर को रखा गया है। और मानदेय भी दिया जा रहा है। व्यक्तिगत शौचालय पुराने जमाने का केवल नाम के लिए बना है । इस्तेमाल करने के लायक नहीं है। इसलिए हम लोगों को मजबूरन खुले में शौच के लिए जाना पड़ता है। दो वर्षों से बने पंचायत भवन में प्लास्टर, रंगाई पुताई, खिड़की, दरवाजा, टाइल्स मार्वल , कुर्सी मेज आदि सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नजर नहीं आ रहा है। जबकि पंचायत सहायक सोनू सिद्धार्थ के नाम पर मानदेय भी दिया जा रहा है। हर घर नल जल योजना के तहत मिलने वाला पानी भी टोटी लगाकर और सड़क खोदकर छोड़ दिया गया है। जिसमें एक भी बूंद पानी नहीं आ रहा है। गांव के बिजली पोल पर स्ट्रीट लाइट भी नही लगाया गया है। गांव के बाहर सड़क से करीब आधा किलोमीटर दूर कूड़ा घर बनाया गया है। जहां आने जाने का रास्ता ठीक से नहीं है।वहीं पक्की सड़क के बगल कुछ दूरी पर मकान बनाकर रहने वाले गांव निवासी किताबुल्लाह, मकसूद, इलाइची आदि लोगों ने बताया कि हम लोगों के घरों पर बिजली, पानी, खड़ंजा, शौचालय आदि कोई भी सुविधा नहीं है। अपाने घर तक आने जाने का रास्ता भी ठीक नहीं है। जलजमाव व कच्चा रास्ता होने के कारण तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लोगों ने संबंधित जिम्मेदारों से जल्द समस्या का समाधान कराये जाने की मांग की है।उक्त संबंध में पंचायत सचिव अनूप कुमार रावत के मोबाइल पर कई बार फोन किया गया लेकिन उनके द्वारा फोन नहीं उठाया गया। जिससे बात नही हो पायी। वहीं प्रधानपति राजकुमार का कहना है कि जितना बजट आया था उतना कार्य किया गया है। बजट मिलने पर बाकी कार्य किया जायेगा। सामुदायिक शौचालय केयर टेकर और पंचायत सहायक का मानदेय बराबर मिलता है और स्ट्रीट लाइट कुछ माह बाद लग जायेगा।उक्त संबंध में खंड विकास अधिकारी मुरली मनोहर मिश्र का कहना है कि समस्याओं को लेकर जो भी जानकारी मीडिया के माध्यम से मिल रही है। पंचायत सचिव को भेजकर रिपोर्ट मांगा जायेगा। और लापरवाही बरतने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।