विश्व सेवा संघ, संवाददाता
लखीमपुर खीरी – जब पुण्य अवसर हो अक्षय तृतीया का और संकल्प हो सफलता का, तो हर आयोजन प्रेरणा बन जाता है। ऐसा ही दृश्य आज लखीमपुर खीरी में उस समय साकार हुआ, जब जिले के तीन मेधावी युवाओं को UPSC जैसी प्रतिष्ठित परीक्षा में सफलता पर सम्मानित किया गया।
स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय सभागार में जिला प्रशासन द्वारा आयोजित इस समारोह की शुरुआत विधायक धौरहरा विनोद शंकर अवस्थी, डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल, एसपी संकल्प शर्मा, सीडीओ अभिषेक कुमार ने यूपीएससी में चयनित युवाओं और उनके परिवारजन के साथ दीप प्रज्वलन कर की। इस दौरान मेडिकल कॉलेज की छात्राओं ने मां सरस्वती की वंदना और मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
आकाश निगम और यथार्थ, दोनों लखीमपुर खीरी के मूल निवासी हैं, जिन्होंने अपने संघर्ष और अनुशासन से यह मुकाम हासिल किया।वहीं शुभेन्दु, जो वर्तमान में लखीमपुर खीरी में एसडीएम के पद पर कार्यरत हैं, ने अपने दायित्वों के साथ-साथ आत्म-विकास की मिसाल पेश करते हुए यूपीएससी में सफलता अर्जित की। इन तीनों युवाओं ने मंच से न केवल अपने अनुभव साझा किए, बल्कि जिले के युवाओं को प्रेरणा और दिशा भी दी।
विधायक धौरहरा विनोद शंकर अवस्थी ने कहा कि आकाश, यथार्थ और शुभेन्दु की सफलता सिर्फ उनकी नहीं, पूरे जिले की प्रेरणा है। यह सिद्ध करता है कि संकल्प, संस्कार और मेहनत से कोई भी लक्ष्य दूर नहीं। जिला प्रशासन ने इस मंच के ज़रिए युवाओं को जो दिशा दी है, वह सराहनीय है।
अब हर खीरीवासी युवा कहेगा अगर ये कर सकते हैं, तो मैं क्यों नहीं?

डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने तीनों चयनित युवाओं को बधाई देते हुए कहा कि आकाश और यथार्थ की सफलता, धौरहरा जैसे क्षेत्र के लिए प्रेरणास्त्रोत है। शुभेन्दु, आकाश और यथार्थ की यह श्रृंखला इस बात का प्रमाण है कि सही मार्गदर्शन और संकल्प से कोई भी ऊंचाई पाई जा सकती है। हमने यह कार्यक्रम मेडिकल कॉलेज में इसलिए रखा ताकि यहीं से अगला यथार्थ, अगला आकाश तैयार हो। छोटे परिवारों की पृष्ठभूमि बाधा नहीं, ऊर्जा बनती है। ईश्वर उतनी ही चुनौती देता है, जितनी शक्ति देता है। उन्होंने छात्रों से कहा, “अपने लक्ष्य को कभी आंखों से ओझल मत होने दीजिए। जब लक्ष्य सामने हो, तो रास्ता भी साथ चलता है।”
एसपी संकल्प शर्मा ने कहा कि सिविल सेवा सिर्फ परीक्षा नहीं, अनुभव की यात्रा है। अब वक्त है किताबों से आगे बढ़कर लोगों और परिस्थितियों को समझने का। ज्ञान तभी सार्थक है जब उसका सही समय पर सही इस्तेमाल हो। सकारात्मक सोच और सीखने की ललक ही आपको उत्कृष्ट अफसर बनाएगी।

भरोसा ही सफलता का पहला कदम : सीडीओ
कार्यक्रम की आवश्यकता एवं प्रासंगिकता बताते हुए सीडीओ अभिषेक कुमार ने कहा कि सिविल सेवा में असली शिक्षा फील्ड से मिलती है। सीखने की ललक और नए कौशल की खोज कभी थमनी नहीं चाहिए। उन्होंने चयनित युवाओं के परिवारों को बधाई देते हुए कहा कि आपने बच्चों पर भरोसा किया, तभी उन्होंने आपका नाम रोशन किया। यही विश्वास हर सपने की नींव है।