विश्व सेवा संघ न्यूज टीम
बानगंगा, शोहरतगढ़ क्षेत्र के दर्जनों गाँव बना खाद, खाद्यान्न, प्याज, रेडीमेड ऊनी वस्त्र, पाइप फिटिंग, हार्डवेयर, आटो पार्टस आदि अबैध कारोबारियों तस्करो का अड्डा जानकारो का कहना हैं कि भारत नेपाल दोनो पार के तस्करो का बहुत बड़ा नेटवर्क हैं जो भारतीय सीमावर्ती क्षेत्र के लोहटी, कोटिया, सिहरोरवा, सुरजी, कपसिहवा अलगा, धनौरा मुस्ताहकम, झरुआ ,बानगंगा मसिना भाद मुस्ताहकम, परसौना, खुनुवा, कराहिया, गुजरौलिया, पकडिहवा, मआदि गाँव तस्करो का मुख्य रास्ता हैं इन गाँवो के कुछ छुट भैये नेताओं व प्रशासनिक कर्मचारियों के साथ अक्सर देखे जाते है जिनके सह पर ही तस्कर अपने अबैध कारोबार को बिना किसी रोक टोक के सुबह चार बजे से देर रात्रि तक अपना अबैध कारोबार जारी रखते हैं जिससे बिना कस्टम कराये अबैध कारोबार होने से भारत सरकार के राजस्व आय मे हो रहा नुकसान तो भारतीय नागरिको को महंगाई का मार झेलना पड़ रहा है जानकारी के अनुसार ग्राम झरुआ के दर्जनों पेशेवर तस्कर हैं नेताओं के अगल बगल बैठे हुए दिखाई देते है जिससे यह स्पष्ट हैं कि शोहरतगढ़ तहसील क्षेत्र बन चुका हैं तस्करो अबैध कारोबारी के लिए सेफ जोन।