रिपोर्ट विकास द्विवेदी
विश्व सेवा संघ, बहराइच । आई.जी.आर.एस. जनसुनवाई प्रणाली के अन्तर्गत प्राप्त लम्बित/असंतुष्ट फीड बैक एवं सन्दर्भों का समयावधि के अन्तिम दिवस पर निस्तारण किये जाने के सम्बन्ध में सोमवार को देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान जिलाधिकारी मोनिका रानी ने जिले के अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रतिदिन सुबह व शाम 15-15 मिनट के लिए आईजीआरएस व सीएम डैशबोर्ड की अपने स्तर से स्वयं समीक्षा करें। डीएम ने कहा कि शासन स्तर पर मा. मुख्यमंत्री जी द्वारा स्वयं आईजीआरएस व सीएम डैशबोर्ड की समीक्षा की जाती है। डीएम ने कहा कि सभी अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि सभी सन्दर्भों का समयबद्धता के साथ गुणवत्तापूर्वक निस्तारण किया जाय। सर्वाधिक असंतुष्ट आख्या वाले विभागों की समीक्षा के दौरान डीएम ने समाज कल्याण, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, आईसीडीएस, जिला ग्राम्य विकास अभिकरण, विद्युत, माध्यमिक शिक्षा, पंचायती राज इत्यादि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि अधिक असंतुष्ट आख्या होने पर सम्बन्धित अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरूद्ध की गई कार्यवाही का विवरण उपलब्ध करायें। डीएम ने स्पष्ट शब्दों में अधिकारियों को सचेत किया कि असंतुष्ट आख्या के लिए जिम्मेदार अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरूद्ध कार्रवाई करें अन्यथा उनके द्वारा जिला स्तरीय अधिकारियों के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी। आईजीआरएस सन्दर्भों की समीक्षा के दौरान डीएम ने निर्देश दिया कि सभी विभाग यह सुनिश्चित करें कि प्रकरणों का निस्तारण इस तरह से किया जाय कि उनमें असंतुष्टि के मामले समाप्त हो जायें। इसके लिए डीएम ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि शिकायतें प्राप्त होने पर स्वयं मौके पर जाकर शिकायतकर्ता की बात को सुने तथा आस-पास के लोगों से भी प्रकरण के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त कर समाधान कराएं। शिकायतों के निस्तारण के लिए की गई कार्यवाही का साक्ष्य भी रखा जाय। डीएम द्वारा निर्देश दिये गये कि जिन विभागों की श्रेणी ’ए’ है, ऐसे विभाग ‘ए’ प्लस श्रेणी में आने का प्रयास करें और ‘ए’ प्लस वाले यथास्थिति को बनाये रखें।इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र, अपर जिलाधिकारी गौरव रंजन श्रीवास्तव, मुख्य राजस्व अधिकारी डॉ देवेन्द्र पाल, सिटी मजिस्ट्रेट शालिनी प्रभाकर, डीडीओ राज कुमार, समस्त उपजिलाधिकारी सहित अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।