विश्व सेवा संघ, संवाददाता, अर्जुन यादव
बढ़नी। भारी बारिश से राप्ती व बूढ़ी राप्ती एल, घोरही नदी व बाणगंगा उफान पर है। जिसके कारण आसपास के गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। वहीं किसानों की प्रमुख धान की फसलें पानी की चपेट मे आ गई है।आपको बता दें बढ़नी के जिगिनिहवा उर्फ धनौरी ,धनौरा बुजुर्ग, भावनपुर गुलरी, मुजहना, औरहवा, दुधवनिया, पिकौरा, रामनगर ,रेकहट, मिठवनिया, खैरी झुगंहवा, नजरगढ़वा आदि गांवों के किसानों की फसलें डूबी गई है। मौसम विभाग द्वारा हाई अलर्ट जारी होने के बाद बीते कई दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश से आसपास की नदियां उफान पर है। जिसके कारण नदियों के किनारे बसे आसपास के गांवों में बाढ़ का पानी घुसने से भारी तबाही मचा रहा है। लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है।जिससे सैकड़ों किसानों के धान की फसलें डूब गई है। विकास खंड बढ़नी के जिगिनिहवा उर्फ धनौरी ,धनौरा बुजुर्ग, भावनपुर गुलरी, मुजहना, औरहवा, दुधवनिया बुजुर्ग, पिकौरा आदि गांवों के किसानों की फसलें डूबने से चौपट होने की कागार पर है। वहीं धनौरा बुजुर्ग के ग्राम प्रधान पति अलीमुल्लाह ने बताया कि हमारे गांव में घोरही नदी का पानी पंचायत भवन, प्राथमिक विद्यालय ,सामुदायिक शौचालय,व रियाज़, उमर, बड़कू शर्मा, असलम, रज्जाक आदि लोगों के घरों में पानी घुस गया है। और गांव के किसानों के करीब 1000 बीघे धान की फसलें डूब गई है। जिसकी सूचना एसडीएम शोहरतगढ़ को दी गई है। जिस पर हल्का लेखपाल को गांव में भेजे जाने की बात कही गई है। वहीं औरहवा निवासी राजू यादव ने बताया कि हमारे गांव में भी घोरही नदी का पानी घुस गया है और बाढ़ के पानी की वजह से धान की फसलें डूब गई है। मुजहना निवासी कृष्ण पाल यादव ने बताया कि हमारे गांव के किसानों की फसलें भी पानी में डूबी हुई है। रामनगर निवासी श्याम सुंदर ने बताया कि हमारे गांव क्षेत्र के राम नगर, मिठवनिया पकड़िहवा, रेकहट, खैरी झुगंहवा, नजरगढ़वा,खैरी शीतल प्रसाद आदि इसी तरह से बढ़नी क्षेत्र के करीब दर्जन भर गांव के पीड़ित किसानों ने शासन प्रशासन से धान के फसल की हुई नुकसान के लिए मुआवजा दिलाये जाने की मांग की है। डीएम ने कटान स्थलों का निरीक्षण किया। अधिकारियों को निर्देश दिया कि आवश्यक सामग्री की व्यवस्था कर लें। किसी भी प्रकार की लापरवाही न हों।