विश्व सेवा संघ
न्यूज टीम। शोहरतगढ़ तहसील के सिचाई विभाग ड्रेनेज खण्ड बानगंगा की करोड़ों की बाग जमीन पर अबैध कब्जा धारको ने टीन शेड आदि प्रकार से कब्जा करके अपना व्यवसाय कर रहे है जहा माननीय हाईकोर्ट प्रयागराज के आदेश के अनुक्रम में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सरकारी सम्पत्ति से अभियान चलाकर अबैध कब्जा मुक्त कराने का सख्त निर्देश हैं सिद्धार्थनगर सिचाई विभाग अपने सम्पति से अबैध कब्जा नहीं हटवा पा रहा हैं जिससे विभाग संदेह के घेरे में है सूत्रों के अनुसार कब्जा धारक पहले झोपड़ी डालते फिर पक्की दीवाल बनाकर चूंकि छत छोड़कर हर सुविधाएं युक्त अनेक कमरा निकालते एक कमरा में अपना व्यवसाय करते तो अनेक कमरा अच्छी सिकौटी लेकर महीने के हिसाब से किराये पर देकर अच्छी रुपये कमाते हैं स्थानीय लोगों का कहना हैं कि कुछ लोग अबैध रुप से मकान बनाकर दूसरे के हाथों अच्छी रकम लेकर सरकारी जमीन का बिक्री भी कर चुके हैं व करते रहते है कुछ लोगों का कहना हैं कि बानगंगा के आसपास के कुछ लोग अपना पुश्तैनी मकान छोड़कर सिचाई विभाग की जमीन अबैध रुप से कब्जा करके अबैध कारोबार भी करते हैं जो समाज व राष्ट्र के लिए घातक हैं,अब प्रश्न यह भी बनता हैं कि जहां आम लोग अपने एक फुट जमीन के लिए मारपीट करते रहते हैं कभी कभी जमीनी विवाद में हत्या तक लोग कर देते हैं वही सिचाई विभाग ड्रेनेज खण्ड सिद्धार्थनगर अपनी करोड़ों की सम्पति अबैध कब्जा धारकों क्यों नहीं खाली करवाती हैं क्या यह अबैध कब्जा विभागीय मिली भगत से हैं कुछ समाजिक लोगो ने नाम न लिखने के शर्त पर बताया हैं कि बानगंगा स्थित सिचाई विभाग की जमीन नेशनल हाइवे 730 के दोन तरफ कई करोड़ों की जमीन हैं जो अबैध कब्जा धारको/ अबैध कारोबारियों के लिए सोने पर सुहागा हैं जो अबैध कब्जा धारको के अंडे देने वाली मुर्गी के सामान हैं अपना भी कारोबार करो किराया भी मिलता रहे जिस पर तेज तर्रार ईमानदार जिलाधिकारी महोदय को ध्यान देना चाहिए।