तुलसीपुर देवी पाटन मंदिर से दर्शन कर लौट रहे थे यात्री, ढेबरुआ थाना क्षेत्र के चरगहवा नाले के पास हुआ हादसा
विश्व सेवा संघ, संवाददाता
बढ़नी- ढेबरुआ थाना क्षेत्र के चरगहवा नदी के पास श्रद्धालुओं से भरी एक बस साईकिल सवार व्यक्ति को बचाने के चक्कर में अनियंत्रित होकर सड़क किनारे गहरे खाई में गिर गई थी। जिसमें तीन लोगों की मौत व दो दर्जन से अधिक लोगों के घायल होने की बात कही जा रही है।
मिली जानकारी अनुसार शुक्रवार को तुलसीपुर से बढ़नी के तरफ आ रही एक बस अनियंत्रित होकर पुल की रेलिंग तोड़ते हुए सड़क से नीचे पलट गई। जिसमें करीब 50 से अधिक लोग सवार थे। जो देवीपाटन मंदिर तुलसीपुर से मुण्डन समारोह से वापस घर की तरफ लौट रहे थे।
बताया जाता है कि बढ़नी- ब्लाक शोहरतगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत मोहनकोला निवासी खदेरू शर्मा अपाने बेटे का मुण्डन संस्कार करवाकर एक बस में सवार हो परिवार व सगे संबंधियों के साथ वापस घर लौट रहे थे। अभी वह लोग ढेबरुआ थाना क्षेत्र के एनएच 730 बढ़नी- पचपेड़वा मार्ग पर चरगहवा नदी के पास पहुंचे ही थे कि इसी दौरान सामने से आ रहे एक व्यक्ति जो बढ़नी में मजदूरी करने वाले करीब 50 वर्षीय मंगनीराम साइकिल से सवार हो खुरहुरिया अपने गांव वापस लौट रहे थे।तभी सामने से तेज़ रफ्तार में आ रही बस को देखकर वह घबरा गये और हड़बड़ाने लगे जिन्हें बचाने के चक्कर में बस चालक भी बस से नियंत्रण खो बैठा, और बस अनियंत्रित होकर पुल की रेलिंग तोड़कर सड़क के किनारे गहरे खाई में पलट गई जहां पानी भरा हुआ था।
उक्त सड़क हादसे में (14 ) वर्षीय अजय शर्मा, निवासी मोहनकोला, और 50 वर्षीय मंगनीराम, निवासी खुरहुरिया, की घटनास्थल पर ही मौत हो जाने और एक व्यक्ति गामा 60 वर्षीय की भी मृत्यु हो जाने का मामला प्रकाश में आया है। इस तरह से हुए भयंकर सड़क दुर्घटना में करीब दो दर्जन से अधिक लोगों के घायल होने की सूचना मिल रही है। जिनका इलाज पीएचसी बढ़नी अस्पताल में एंबुलेंस से पहुंचा कर किया गया है। और वही कुछ घायलों की स्थिति को देखते हुए उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया है।
उक्त घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन के डीएम राजा गणपति आर,एसपी सुश्री प्राची सिंह, एसएसपी सिद्धार्थ ,सीओ सुजीत राय,एसडीएम शोहरत गढ़ चन्द्रभानू सिंह,नायब तहसीलदार महबूब अंसारी, कानूनगो अवधेश कुमार सिंह, स्थानीय पुलिस चौकी बढ़नी व ढेबरुआ थाना प्रभारी संतोष कुमार सिंह सहित एसएसबी के जवान बचाव व राहत कार्य में लगे हुए थे। साथ ही आसपास के रहने वाले लोग हजारों की संख्या में जुटे रहे। वहीं उक्त मार्ग से आवागमन बंद होने से गाड़ियों की लंबी कतार लग गई थी। जिससे आने जाने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। काफी मशक्कत के बाद क्रेन के जरिए राहत बचाव कार्य में मदद मिल सकी और लोगों ने राहत की सांस ली।
