कलेक्ट्रेट में गूंजे सपनों के सवाल, डीएम से मिला आत्मविश्वास भरा जवाब

विश्व सेवा संघ, संवाददाता

लखीमपुर खीरी – सनातन धर्म सरस्वती बालिका विद्या मंदिर इंटर कॉलेज की इंटरमीडिएट छात्राओं का सरस्वती यात्रा दल शुक्रवार को प्रधानाचार्य डॉ. शिप्रा बाजपेई के नेतृत्व में डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल से मिलने कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचा। छात्राओं ने प्रशासनिक अनुभव और मार्गदर्शन के उद्देश्य से यह विशेष भेंट की।

डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने छात्राओं के उत्साह और जिज्ञासा की सराहना करते हुए तनावमुक्त रहकर लक्ष्य पाने, खुद पर विश्वास रखने और स्मार्ट तरीके से मेहनत करने का मंत्र दिया। आप खुद अपना अलार्म क्लॉक बनें, हर दिन खुद को बेहतर बनाएं। उन्होंने गोल, गाइडेंस, विषय चयन, दिनचर्या और टाइम टेबल जैसे मूल मंत्रों पर प्रकाश डाला।

डीएम ने कहा कि आज का युग बालिकाओं का है। बेटियाँ अब अपने कार्यों और उपलब्धियों से पहचानी जा रही हैं। हर छात्रा को अपने कंफर्ट ज़ोन से बाहर निकलकर चुनौतियों का सामना करना चाहिए, क्योंकि यही रास्ता उन्हें सफलता की ओर ले जाएगा। उन्होंने अधिकारियों के अनुभवों का हवाला देते हुए कहा कि छोटी-छोटी सफलताएँ जीवन में आवश्यक हैं, लेकिन इन्हें देखकर अपने बड़े लक्ष्य को नहीं छोड़ना चाहिए। यह जानकर खुशी हुई कि सभी बालिकाएं कठिन लक्ष्य और फील्ड को तय कर आगे बढ़ रही है। छात्राओं से आह्वान किया कि वे अपने सपनों को संकल्प बनाकर पूरी लगन से प्रयास करें और समाज में सकारात्मक बदलाव की वाहक बनें।

जब मैं कर सकती हूं, तो आप भी कर सकती हैं” प्रशिक्षु IAS मनीषा ने बालिकाओं को दिया हौसले का मंत्र

प्रशिक्षु IAS मनीषा ने जब कहा कि मैं एक छोटे से गाँव से हूं, जहाँ सपने देखना भी हिम्मत थी, लेकिन मैंने ठान लिया था, तो छात्राओं की आंखें नम हो गईं। मध्यप्रदेश की पहली ट्राइबल महिला IAS अधिकारी मनीषा ने अपने संघर्षों की कहानी साझा करते हुए कहा कि सरकारी स्कूल से पढ़कर, सीमित साधनों में UPSC पास करना आसान नहीं था, पर मुमकिन था।उन्होंने बालिकाओं को संदेश दिया कि हौसले न जात देखते हैं, न हालात। बस सपना देखो, मेहनत करो और खुद पर भरोसा रखो।

अफसर बोले, सपने देखिए, रणनीति बनाइए और ईमानदारी से प्रयास कीजिए

एडीएम संजय कुमार सिंह ने कहा कि अच्छे संस्कारों, समयबद्धता, अनुशासन को जीवन में आत्मसात करें। आप सभी में क्षमताओं का अपार भंडार है, उन्हें पहचानते हुए आगे बढ़े। प्रतिदिन निर्धारित समय पर रेगुलर पढ़ाई करे। ग्रुप डिस्कशन करें। गलतियों से सीखें। एडीएम (न्यायिक) अनिल रस्तोगी ने कहा कि अपने भीतर की प्रतिभा को पहचानिए। आप कुछ भी बन सकते हैं। बस शर्त ये है कि सोच को उड़ान दें, इच्छा शक्ति जगाएं और अपने लक्ष्य के लिए पूरी ईमानदारी से मेहनत करें। एसडीएम अमिता यादव ने कहा कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। सही रणनीति, स्पष्ट योजना और नियमित पढ़ाई ही आपको मंज़िल तक पहुंचा सकती है। याद रखें लक्ष्य से ध्यान हटाया नहीं जाता, साधा जाता है।

कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य शिप्रा बाजपेई सरस्वती यात्रा की आवश्यकता एवं प्रासंगिकता बताते हुए मार्गदर्शन और सहयोग के लिए जिला प्रशासन के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। इस दौरान विद्यालय की उप प्रधानाचार्य डॉ सीमा मिश्रा, शिक्षिका रश्मि दीक्षित भी उपस्थित रही।

By Reporter

"चाटुकारिता नहीं पत्रकारिता ✍️✍️"

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *