कार्यक्रम को सांसद, विधायक, डीएम, नोडल अधिकारी व चेयरमैन ने भी सम्बोधित किया
विश्व सेवा संघ न्यूज टीम
सिद्धार्थनगर – 6 मई – उद्यान के 50 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर उद्यान विभाग एवं राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद बस्ती/सिद्धार्थनगर की परियोजना का लोकार्पण/शिलान्यास एवं हाईटेक नर्सरी का राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार एवं कृषि निर्यात उ0प्र0 सरकार दिनेश प्रताप सिंह द्वारा सांसद डुमरियागंज जगदम्बिका पाल, विधायक बांसी जय प्रताप सिंह, सदस्य विधान परिषद उ0प्र0 ध्रुव कुमार त्रिपाठी की उपस्थिति में लोहिया कला भवन से किया गया। इस दौरान मंत्री को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया। इस अवसर पर मंत्री ने कहा कि जनपद के युवाओं को दुनिया में किस फसल की खेती की जा रही है और उसके उपज का क्या मूल्य मिल रहा है। हमें अपने युवाओं को छूट देना है कि युवा अपने तरीके से आधुनिक तकनीक से खेती करें और अधिक लाभ प्राप्त करें। दुनिया के बाजार में अपनी उपज पहुंचाने का मन बना लें। दुनिया के बाजार में कम्पटीशन है, जिसके लिए उपज गुणवत्तापूर्ण होना आवश्यक है। निर्यात के माध्यम से अच्छा मूल्य प्राप्त होगा। पारम्परिक खेती से हटकर नगदी फसलों की खेती करने की आवश्यकता है। जमीन धीरे-धीरे कम होती जा रही है। मसाले, फूलो, सब्जी की खेती करने से अच्छी आय प्राप्त होगी। भारत में 10 प्रतिशत भूमि पर औद्यानिक खेती तथा 90 प्रतिशत भूमि पर पारम्परिक खेती होती है। विभाग द्वारा औद्यानिक खेती पर अनुदान दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजनान्तर्गत कृषकों द्वारा अपने प्रक्षेत्रों पर ड्रिप/स्प्रिंकलर सिचाई संयत्रों को स्थापित कराया जाता है। ड्रिप/माईक्रो/मिनी संयत्र की स्थापना कराये जाने हेतु योजनान्तर्गत लघु/सीमान्त कृषकों को 90 प्रतिशत तथा सामान्य कृषकों द्वारा 80 प्रतिशत अनुदान दिया जाता है। इसी प्रकार पोर्टेबल एवं रेनगन की स्थापना कराये जाने पर लघु/सीमान्त कृषकों को 75 प्रतिशत एवं सामान्य कृषकों को 65 प्रतिशन अनुदान दिया जाता है। प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजनान्तर्गत औद्यानिक एवं कृषिगत फसलों जैसे बागवानी, शाकभाजी, पुष्प, गन्ना, मटर, गेहू आदि में कम पानी का उपयोग करते हुए परम्परागत व्यवस्था से डेढ़ गुना उत्पादन प्राप्त किया जाता है। एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना- एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजनान्तर्गत कृषकों के प्रक्षेत्रों पर नवीन उद्यान रोपण कार्यक्रम (आम, लीची, अमरुद, पपीता, केला), हाइब्रिड शाकभाजी उत्पादन, फूलों की खेती, मसालें की खेती (लहसुन एवं प्याज) मधुमक्खी पालन कार्यक्रम के साथ-साथ संरक्षित खेती कार्यक्रम जैसे पालीहाउस/शेडनेट हाउस, मशीनीकरण कार्यक्रम जैसे ट्रैक्टर 20 बीएचपी तक, पॉवर टिलर, आन फार्म कलेक्शन यूनिट जैसे पैक हाउस, लोकास्ट प्रिजर्वेशन यूनिट आदि कार्यक्रम कराये जाते हैं। इन कार्यक्रमों में योजनान्तर्गत इकाई लागत का 40 से 50 प्रतिशत अनुदान डीबीटी के माध्यम से लाभार्थियों के खाते में अंतरित कराया जाता है। प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजनान्तर्गत खाद्य प्रसंस्करण से सम्बन्धित उद्यम जैसे फल एवं सब्जियों का प्रसंस्करण, अनाज प्रसंस्करण, कुकरी/बेकरी प्रसंस्करण, मशरूम उत्पादन, मटन/पोल्ट्री उत्पादन एवं प्रसंस्करण, ओडीओपी इकाई की स्थापना आदि नये उद्यान लगाने एवं इन इकाईयों के उच्चीकरण के लिए विभाग द्वारा 35 प्रतिशत अनुदान बैंक लिंक्ड सब्सिडी के माध्यम से उपलब्ध कराया जाता है। किसानो की सेवा करने के लिए डबल इंजन की सरकार दृढ़ संकल्पित है। रवी/खरीफ गोष्ठी कर तरह हर तीन महीने पर औद्यानिक गोष्ठी का आयोजन किया जायेगा। मंत्री ने मंडी की सड़कें जो 05 वर्ष पूर्व बनी है, जर्जर है, उनकी सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। मंडी के गेट पर स्वागत कक्ष की सूची उपलब्ध करायें। मंडी में कोल्ड रूम बनाने का कार्य किया जा रहा है। जनपद में जिन स्थानों पर साप्ताहिक बाजार लगती है, उनको चिन्हित कराकर उसकी सूची उपलब्ध कराये जिससे हाट पैठ बनाने की कार्यवाही की जा सके।सांसद डुमरियागंज जगदम्बिका पाल ने जनपद सिद्धार्थनगर में प्रथम आगमन पर मंत्री जी को बधाई दिया। सांसद ने कहा कि पूर्व उद्यान मंत्री द्वारा जनपद को उद्यान पार्क दिया गया था। इसके पश्चात आज मंत्री जी द्वारा जनपद को मछली मंडी, नवीन सम्पर्क मार्ग, हाट पैठ, हाईटेक नर्सरी दिया गया है। काला नमक की खेती वर्तमान में 15 हजार हेक्टेयर में की जा रही है। जो तथागत गौतम बुद्ध का प्रसाद है जिसकी खुशबू पूरी दुनिया में फैल रही है। उन्होने कहा कि प्रगतिशील किसानो को बाहर ले जाकर खेती करने के तरीके के बारें में प्रशिक्षण दिलायें। मछली उत्पादन में सिद्धार्थनगर प्रदेश में नम्बर एक पर है। मछली के बीज पहले बाहर से मंगाना पड़ता था, जो अब अपने जनपद में ही बीज का उत्पादन किया जा रहा है। विधायक बांसी जय प्रताप सिंह ने कहा कि मंत्री जी द्वारा आज 02 हाईटेक नर्सरी का उद्घाटन किया गया है, इसके साथ ही बहुत सी परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास भी किया गया है। उद्यान विभाग बहुत ही महत्वपूर्ण विभाग है। हाईटेक नर्सरी के माध्यम से देश की अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी। फूलों, सब्जियों आदि की खेती करने के लिए उद्यान विभाग द्वारा पौधे व बीज का वितरण किया जाता है। बागवानी, पाली हाउस मशरूम की खेती करने के लिए अनुदान दिया जा रहा है। जिलाधिकारी द्वारा मा0 मंत्री जी के जनपद आगमन पर आभार प्रकट करते हुए कहा कि मंत्री जी के मार्गदर्शन में उद्यान विभाग की योजनाओ एवं विकास कार्य कराये जायेगे। उद्यान विभाग द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाओ का लाभ किसानो को दिलाकर उनकी आय बढ़ाने के लिए सभी लोग मिलकर कार्य कर रहे है। इससे जनपद आकांक्षी जनपद की श्रेणी से निकलकर अग्रणी जनपद बनेगा। उपनिदेशक उद्यान बस्ती मण्डल बस्ती/नोडल अधिकारी उ0प्र0 राज्य निर्यात प्रोत्साहन बोर्ड पंकज कुमार शुक्ला द्वारा स्वागत सम्बोधन किया गया। अध्यक्ष नगर पालिका परिषद सिद्धार्थनगर गोविन्द माधव द्वारा मंत्री एवं उपस्थित अतिथि गण को धन्यवाद ज्ञापित किया गया। इस अवसर पर मंत्री सहित उपस्थित अतिथियों द्वारा प्रगतिशील किसानो को अंग वस्त्र एवं प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया। उप निदेशक शासन मंडी ज्योति यादव द्वारा मंत्री, सांसद, विधायक को स्मृति चिन्ह भेट किया गया। कार्यक्रम का संचालन नितेश पाण्डेय द्वारा किया गया। हाईटेक नर्सरी, राजकीय अलंकृत उद्यान यशोधरा महादेवा कुर्मी बर्डपुर तथा कृषि विज्ञान केन्द्र (खरैला फार्म) सोहना भनवापुर, नवीन मत्स्य मंडी मधवापुर का निर्माण कार्य, 05 नवीन सम्पर्क मार्ग का शिलान्यास किया गया। राजकीय पौधशाला डुमरियागंज के सुदृढ़ीकरण का कार्य, राजकीय अलकृत उद्यान यशोधरा महादेवा कुर्मी बर्डपुर में तालाब के सौन्दर्यीकरण, 02 नवीन सम्पर्क मार्ग का लोकार्पण एवं सीसी रोड का निर्माण, हाट पैठ दुलहा सुमाली ककरहवा का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर उपरोक्त के अतिरिक्त एसपी डॉ0 अभिषेक महाजन, पीडी नागेन्द्र मोहन राम त्रिपाठी, जिला उद्यान अधिकारी नन्हे लाल वर्मा, सांसद प्रतिनिधि एस0पी0 अग्रवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, अधिकारी, कर्मचारी व किसान आदि उपस्थित थे।