पशु चिकित्साधिकारी बढ़नी को निर्देशित किया कि गौशाला का नियमित भ्रमण कर गोवंशों का स्वास्थ्य परीक्षण कर आवश्यक चिकित्सा व्यवस्था करे सुनिश्चित।
विश्व सेवा संघ संवाददाता
अर्जुन यादव
बढ़नी- विकास खण्ड बढ़नी अन्तर्गत अस्थायी गो आश्रय केन्द्र पचउथ का दिनांक 18-01-2025 दिन शनिवार को निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय 227 गोवंश मिले। गोवंशों को काऊ कोट नही पहनाया गया है। प्रधान एवं सचिव को काऊ कोट की व्यवस्था करने हेतु निर्देशित किया गया। इस दौरान गो आश्रय केन्द्र पर भूसा 150 कुन्तल, पशु आहार 10 बोरा, चोकर 08 बोरा, नमक 01 बोरा, चूना 01 बोरा उपलब्ध मिला। केयर टेकरों की संख्या 07 है, जो रात एवं दिन में डियूटी कर रहे है। स्वच्छ पानी हेतु टियूबवेल लगाया गया है। गोवंशों की संख्या के अनुसार 02 शेड का निर्माण किया गया है, जिसकी ऊंचाई कम है, इसे बढ़ाने की आवश्यकता है। पराली लगभग 20 कुन्तल का भण्डारण किया गया है। निरीक्षण के दौरान प्रधान उपस्थिति रहे। गोचर भूमि में जई की बुआई की गयी है। अलाव हेतु लकड़ी की व्यवस्था है, जिसे ठण्ढ़ में जलवाने हेतु निर्देशित किया। संरक्षित गोवंशों का एफ0एम0डी0 टीकाकरण किया गया है। बर्मी कम्पोस्ट पिट बनाया गया है, जिसमे गोबर को रखा जाता है। गो आश्रय केन्द्र के चारों तरफ फेन्सिंग किया गया है तथा भूसा गोदाम बनाया गया है। पशुचिकित्साधिकारी बढ़नी को निर्देशित किया जाता है कि गौशाला का नियमित भ्रमण कर गोवंशों का स्वास्थ्य परीक्षण कर आवश्यक चिकित्सा व्यवस्था करना सुनिश्चित करें। उक्त आशय की जानकारी मुख्य पशुचिकित्साधिकारी सिद्धार्थनगर ने दी है।
