विश्व सेवा संघ, संवाददाता
बढ़नी – सिद्धार्थ नगर जनपद के बढ़नी परिक्षेत्र में शरद कालीन गन्ने की वैज्ञानिक खेती के प्रति कृषकों को जागरूक करने के लिए अप्रवैधिक गन्ना विकास कमेटी द्वारा ग्राम मानपुर में शरद कालीन गन्ना विकास गोष्ठी का आयोजन किया गया । जिसकी अध्यक्षता प्रगतिशील किसान श्री राज नारायण पांडे ने किया। इस अवसर पर गन्ना कमेटी के ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक ने बताया कि गन्ने की अधिक उपज देने वाली प्रमुख प्रजातियां को शा० 17231 को०शा० 13235, को० 118, को लक० 14201, को० 98014, को० शा०8279 आदि की बुवाई ट्रेन्च विधि से करें। गन्ने की दो पंक्तियों के बीच खाली स्थान में प्याज की चार पंक्तियों की रोपाई करें। प्याज बोने से गन्ने का औसत उपज बढ़ेगा तथा सबसे हानिकारक कीट अंकुर बेधक का नियंत्रण होगा। एक एकड़ गन्ने में 80 से 90 कुंतल प्याज होगा लगभग एक लाख रुपए का। इससे किसानों की आय बढ़ेगी। किसानों को सहफसली खेती का फोटोग्राफ दिखाकर समझाया भी गया।…गन्ना पर्यवेक्षक रवि प्रकाश चौधरी ने बताया कि आधार गन्ना पौधशाला से बीज गन्ना वितरण पर पचास रुपए प्रति कुंतल और प्राथमिक पौधशाला से पच्चीस रूपये प्रति कुंटल अनुदान दिया जाता है.उन्होंने विभाग द्वारा संचालित सभी योजनाओं को विस्तार से बताया।यह भी बताया कि शरद कालीन बुवाई हेतु विभाग में सभी अगेती प्रजातियों के बीज उपलब्ध है, जिसकी बुकिंग शुरू है इच्छुक कृषक अपने क्षेत्र से संबंधित गन्ना पर्यवेक्षक से संपर्क कर सकते हैं।तुलसीपुर चीनी मिल के गन्ना प्रबंधक चंद्र शेखर सिंह ने बताया कि गन्ने की खेती में उत्पादन लागत कम करने के लिए कृषि यंत्रों पर अनुदान दिया जा रहा है। बीपेन्द्र सिंह ने बताया कि बीज व भूमि उपचार के लिए हेक्सास्टॉप तथा ट्राईकोडर्मा अनुदान पर दिया जा रहा है। को० 15023 गन्ना प्रजाति जल भराव वाले क्षेत्रों में न बोयें। गन्ना पर्यवेक्षक श्रीअशोक कुमार चतुर्वेदी द्वारा राष्ट्रीय कृषि विकास योजना तथा जिला योजनाओं के बिषय में बताया।किसान इंद्रजीत चौधरी ने ट्रेन्च विधि से लाभ के बारे में बताया। गोष्ठी में गन्ना पर्यवेक्षक शेष नारायण द्विवेदी, रवि त्रिपाठी,राजेश सिंह..अशोक सिंह और चीनी मिल स्टाफ मुकेश यादव भी मौजूद रहें.गोष्ठी में फैजान, वेद प्रसाद, कैलाश चौधरी,रफीउल्लआह , सफातुल्लाह, इन्द्र जीत चौधरी,रिंकू चौधरी,मिठाई लाल, अब्दुल रऊफ, संतोष चौधरी समेत अनेक किसान मौजूद रहे।