विश्व सेवा संघ, न्यूज टीम

वाराणसी-प्रयागराज हाईवे पर बुधवार की रात MSc की छात्रा की गला रेतकर हत्या कर दी गई। उसका शव एक ढाबे पर खून से लथपथ कंबल में मिला। छात्रा सुबह घर से कॉलेज गई थी, जिसके बाद उसका शव मिला था।

पुलिस ने ढाबा संचालक और मैनेजर समेत अन्य के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था। पुलिस ने 27 घंटे के अंदर आरोपी साहब बिंद को मिर्जामुराद इलाके में मुठभेड़ के बाद अरेस्ट कर लिया। वो मिर्जापुर का रहने वाला है। छात्रा का मर्डर क्यों किया, ये पूछताछ की जा रही है।

इससे पहले गुरुवार को छात्रा के घरवालों ने हंगामा किया था। नाराज घरवालों ने शव लेकर हाईवे पर चक्का जाम कर दिया। वाराणसी-प्रयागराज हाईवे के दोनों लेन बंद कर दी थीं। वाहनों की लंबी कतारें लग गई थीं। एडिशनल सीपी शिव हरी मीणा ने ग्रामीणों से बात की। ग्रामीणों ने कहा- होटल पर बुलडोजर चले। आरोपियों की गिरफ्तारी की जाए। एडिशनल सीपी के आश्वासन पर ग्रामीणों ने जाम खोल दिया।

ग्रामीण छात्रा के शव को लेकर आदलपुर स्थित शव दाह घाट ले गए। जहां उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस दौरान करीब 3 घंटे तक हंगामा चलता रहा।

Dcp गोमती आकाश पटेल ने परिजनों को समझाने का प्रयास किया। मगर वह नहीं माने।

वाराणसी प्रयागराज हाईवे पर 300 वाहनों की लंबी कतार लगी वाराणसी- प्रयागराज हाईवे पर 200 बड़े वाहन और 100 छोटे वाहन जाम में फंसे हैं। इसमें आफिस, नौकरी, काम और स्कूल जाने वाले लोग शामिल हैं। वाहन निकालने को लेकर चालकों से भी ग्रामीणों की नोकझोंक हुई है। कुछ वाहन चालकों ने सर्विस रोड से निकलने का प्रयास किया। ग्रामीणों ने सर्विस रोड पर को भी बंद कर दिया। हंगामा बढ़ने पर DCP गोमती आकाश पटेल मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों को समझाने का प्रयास किया। मगर परिजन नहीं माने। जाम से 300 से अधिक वाहनों की कतार लग गई है।

बाद में एडिशनल सीपी ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामीण मान गए और जाम खुल गया।

पुलिस जब लगाए लोगों को समझाने पहुंची तो उनकी झड़प हो गई। परिजनों ने पहले हत्या करने वालों को अरेस्ट करने की बात कही।

हंगामे की पल-पल की अपडेट के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए…

अपडेट्स

साहब को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद अरेस्ट किया

पुलिस साहब को ढूंढ रही थी। उसकी लोकेशन भदोही में स्थित अपनी बहन के घर पर मिली। जहां से उसे हिरासत में लिया गया। अभियुक्त से पूछताछ की गई, जिसमें उसने हत्या करना स्वीकार की।

आदलपुर के शवदाह घाट पर होगा अंतिम संस्कार

ग्रामीण और परिजन छात्रा के शव को लेकर मिर्ज़ापुर के आदलपुर स्थित शव दाह घाट पर लेकर गए हैं। यहीं पर ही छात्रा के शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा।

3 घंटे तक चला हंगामा, एडिशनल सीपी ने ग्रामीणों को समझाया

एडिशनल सीपी शिव हरी मीणा ने ग्रामीणों को समझाया। उन्होंने ग्रामीणों की मांगे मानने की बात कही और आरोपियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने धरना खत्म कर दिया। ग्रामीण छात्रा के शव को लेकर अब अंतिम संस्कार के लिए रवाना हो गए हैं। इस दौरान करीब 3 घंटे तक ग्रामीणों का हंगामा चलता रहा।

एडिशनल सीपी का ग्रामीणों ने विरोध किया

हंगामा बढ़ने पर मौके पर एडिशनल सीपी पहुंच गए हैं। उनका ग्रामीणों ने विरोध किया और कार्रवाई का आश्वासन दिया। मगर ग्रामीण नहीं माने। उन्होंने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया।

भाई बोला- बहन का फोन बंद था

अल्का दो भाई और एक बहन में सबसे बड़ी थी। भाई अंजनी बिंद ने बताया-मेरी बहन सुबह 8 बजे ऑटो से कॉलेज के लिए निकली थी। दोपहर में 2 बजे तक आ जाती थी। नहीं आने पर हमने उसको कॉल की। लेकिन, फोन नहीं उठा रहा था। हमने पुलिस को जानकारी दी। बाद में पता चला कि किसी ने उसकी हत्या कर दी है।

अल्का बिंद की फोटो, जिसकी लाश ढाबे के अंदर कमरे में मिली।

ढाबे पर कंबल में लिपटा मिला था शव

छात्रा के पिता ने इसकी जानकारी मिर्जामुराद पुलिस को दी। तभी पुलिस को सूचना मिली कि रूपापुर स्थित वाराणसी-प्रयागराज हाईवे के किनारे ढाबे पर एक युवती कमरे में मृत पड़ी है। ढाबे का कर्मचारी जब कमरे की सफाई करने पहुंचा तो उसने शव देखा था। ढाबा कॉलेज से महज 500 मीटर दूरी पर है।

पुलिस मौके पर पहुंची तो अल्का शव खून से लथपथ था। युवती की गले पर गहरे जख्म थे। पुलिस ने घटनास्थल की बारीकी से पड़ताल की।

फोरेंसिक टीम ने सबूत जुटाए। छानबीन में मौके से सब्जी काटने वाला एक बड़ा चाकू, नेक बैंड, स्टॉल, बैग और लड़की का मोबाइल बरामद हुआ है। भाई अंजनी बिंद ने बताया कि दोपहर में घर नहीं आने पर हमको टेंशन होने लगी, तो पुलिस को जानकारी दी।

कॉलेज के लिए घर से निकली थी छात्रा

मिर्जामुराद के मेहंदीगंज में रहने वाले चंद्रशेखर की बेटी अल्का बिंद (22) MSc फर्स्ट ईयर की छात्रा थी। वह घर से 4 किमी दूर खोचवा स्थित बसमत्ती देवी संकठा प्रसाद डिग्री कॉलेज में जूलॉजी से पोस्ट ग्रेजुएशन कर रही थी। बुधवार सुबह वह घर से कॉलेज के लिए निकली। घरवालों से बताया कि पेपर देने जाना है। लेकिन, शाम तक वह घर नहीं लौटी।

परिवार को चिंता हुई तो उसे फोन किया। लेकिन, मोबाइल संपर्क के बाहर बताता रहा। अनहोनी की आशंका के चलते परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कर दी। कॉलेज पहुंच जानकारी ली, तो पता चला किया आज उसका कोई पेपर ही नहीं था।

By Reporter

"चाटुकारिता नहीं पत्रकारिता ✍️✍️"

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