डीएम के निर्देश पर संवेदनशीलता और तत्परता के साथ बनाई गई ग्रामीण रणनीति, अग्निकांड पीड़ितों को मिलेगी त्वरित राहत
विश्व सेवा संघ, संवाददाता
लखीमपुर खीरी – जनपद खीरी में भीषण गर्मी और बढ़ती अग्निकांड की घटनाओं के मद्देनज़र लखीमपुर खीरी जिला प्रशासन ने सतर्कता और संवेदनशीलता के साथ मोर्चा संभाल लिया है। डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल के निर्देश पर जिले की सभी सात तहसीलों में सोमवार को विशेष गोष्ठियों का आयोजन किया गया, जिसमें आपदा प्रबंधन से लेकर त्वरित राहत और जन-जागरूकता तक की कार्ययोजना पर गहन मंथन हुआ। इन गोष्ठियों की अध्यक्षता एसडीएम ने की और स्थानीय लेखपाल, राजस्व निरीक्षक, ग्राम प्रधानों सहित फील्ड स्तर के अधिकारी बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
गोष्ठी में अग्निकांड की स्थिति में त्वरित राहत पहुंचाने, क्षति का आकलन कर पोर्टल पर तत्काल फीडिंग, पशुहानि की दशा में निर्धारित समयसीमा में पोस्टमार्टम की प्रक्रिया सुनिश्चित करने जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा हुई। गोष्ठियों में तय किया गया कि ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापक जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इसमें लोगों को हीटवेव से बचने के उपाय, आग की घटनाओं से निपटने के तरीकों व सरकारी सहायता पाने की प्रक्रिया के बारे में बताया जाएगा।
गोष्ठी में निर्णय लिया गया कि अग्निकांड से प्रभावित परिवारों को सरकार द्वारा अनुमन्य सहायता की प्रक्रिया को बेहद सरल और त्वरित बनाया जाए। प्रत्येक घटना की रिपोर्टिंग के बाद तय समयसीमा में सर्वे, सत्यापन और राहत कार्य होंगे।
डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने कहा कि “हर जान की कीमत है, और हर पीड़ित तक मदद समय पर पहुंचे। यही हमारी प्रशासनिक जवाबदेही है। आपदा की घड़ी में तेज़ी, पारदर्शिता और संवेदना हमारा मूल मंत्र होना चाहिए।