- वाशिंग पिट का हो गया उद्घाटन, ओवरब्रिज या बाईपास का कब होगा उद्घाटन पूछती है क्षेत्र की जनता।
- सैकड़ों गाड़ियां रोजाना आती जाती है नेपाल, उनके लिए नहीं बना है कोई बाईपास।
विश्व सेवा संघ संवाददाता
अर्जुन यादव
बढ़नी- आदर्श नगर पंचायत बढ़नी कस्बे के बीचों बीच बना आदर्श रेलवे स्टेशन एक माडल स्टेशन के रुप में दर्ज है। जिसके विकास और जनता की सुविधाओं के लिए करोड़ों रुपए खर्च किया जा रहा है। जिसके सम्बन्ध में अभी जल्द ही कुछ दिनों पहले क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के पहल पर केन्द्रीय रेल राज्यमंत्री द्वारा वाशिंग पिट का उद्घाटन किया गया था। जिसमें क्षेत्रीय लोगों ने प्रसन्नता भी जाहिर किया था। लेकिन वाशिंग पिट चालू होने के बाद रेलगाड़ियों की संख्या जैसे जैसे बढ़ रही है। वैसे वैसे लगातार रेलवे फाटक बन्द होने से लोगों की मुसीबतें बढ़नी शुरू हो गई है। अभी एक दशक पहले गोरखपुर गोंडा लूप लाइन प्रखंड पर छोटी लाइन को बदलकर बड़ी लाइन बिछाने के बाद सवारी गाड़ियों के साथ ही ज्यादातर माल गाड़ियों को इस रुट से चलाना शुरू किया गया था। लेकिन इसके बावजूद भी आज तक नगर पंचायत के किसी भी रेलवे फाटक पर अंडर या ओवरब्रिज नही बनाया गया है। जबकि सैकड़ों छोटी बड़ी गाड़ियां रोजाना इसी रास्ते से होकर नेपाल आती जाती हैं। जिसके कारण बस स्टॉप चौराहे से लेकर नेपाल भंसार तक लंबी कतार लग जाती है। इसके बावजूद भी आज तक नेपाल जाने वाली गाड़ियों के लिए कोई बाइपास नहीं बनाया गया है। जिम्मेदारों द्वारा बहानेबाजी करके सिर्फ आश्वासन पर आश्वासन देकर टाइमपास किया जा रहा है। जिससे क्षेत्र की जनता अब ऊब चुकी है। और पूछ रही है कि आखिर इतनी जल्दबाजी क्या थी। कि बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था के क्षेत्र की जनता को जाम के झाम में फंसा दिया गया है। इस समय नगर पंचायत बढ़नी दो भागों में बंट चुका है। और दोनों तरफ कुछ स्कूल, कालेज और अस्पताल बनें हुए हैं। जिससे किसी भी व्यक्ति को चाहे मार्केट जाना हो या इलाज के लिए अस्पताल रेलवे स्टेशन जाना हो या फिर नेपाल सभी लोगों के लिए मात्र एक ही रास्ता है। जहां रेलवे फाटक से होकर गुजरना पड़ता है। और उस जगह पर कोई ट्रैफिक पुलिस या डिवाइडर नहीं होने के कारण लोग एक दूसरे के सामने खड़े हो जाते हैं। जिससे जाम की समस्या और बढ़ जाती है। बस स्टॉप चौराहे से लेकर रेलवे स्टेशन व नेपाल कस्टम भंसार तक जाने वाली सड़क स्थित रेलवे फाटक पर अंडर या ओवरब्रिज नहीं होने से आए दिन जाम लग रहा है। जिससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त रहता है और लोग परेशान रहते हैं। रेलवे लाइन फाटक बंद होने के समय जाम लगता है और आवागमन प्रभावित होता है।
जिसमें खास तौर पर मरीजों को लाने और ले जाने में भारी असुविधा होती है। यहां तक की कई बार तो देर से अस्पताल पहुंचने पर जनहानि तक हो जाती है। वहीं फाटक बन्द होने पर कुछ लोग जान हथेली पर रखकर गेट के नीचे से निकलकर फाटक पार करते हैं। साथ ही फाटक खुलने पर जाम के बाद अचानक भगदड़ सी मच जाती है। इससे विवाद और एक्सीडेंट होते हैं।
स्कूल के समय बच्चों को आने-जाने में असुविधा होती है। आम पब्लिक, मंडी व्यापारी और किसान सभी लोगों को काफी देर तक फाटक बंद और जाम की स्थिति में फंसा रहना पड़ता है। सर्दी हो या गर्मी चाहे हो बरसात हर सीजन में लोगों का हाल बेहाल हो जाता है। लोगों को काफी देर तक ठंड व धूप बरसात में खड़े रहना पड़ता है।
इस दौरान रेलवे फाटक बंद होने पर उन्हें काफी परेशानियां झेलनी पड़ती है। और यह समस्या विगत लम्बे समय से चल रही है। बावजूद इसके रेलवे विभाग की ओर से यहां ओवर या अंडरब्रिज निर्माण को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों द्वारा सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है। लोगों का मानना है कि जब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता है। और ओवरब्रिज या बाईपास बनकर तैयार नही हो जाता है। तब तक के लिए वह एक मात्र सपना है और वह समय के गर्भ में है। वहीं नगर पंचायत बढ़नी निवासी दिलीप कुमार मद्धेशिया, रोबिन गुप्ता, प्रदीप अग्रहरि, अशोक कुमार पाठक, विजय प्रकाश , राम दयाल आदि लोगों ने इस समस्या से निजात दिलाये जाने की मांग की है।