गन्ना विकास समिति बढ़नी मंडल सदस्यों के हुये चुनाव पर कुछ क्षेत्रीय किसानों ने उठाया सवाल
बढ़नी क्षेत्र के कई किसानों ने गुप चुप तरीके से चुनाव कराने का लगाया आरोप —
17 अक्टूबर को होना है समिति के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद का चुनाव —
विश्व सेवा संघ संवाददाता
अर्जुन यादव
बढ़नी- सहकारी गन्ना विकास समिति बढ़नी सिद्वार्थनगर का संचालक मण्डल के सदस्यों का बीते गुरुवार को चुनाव अधिकारी बढ़‌नी खण्ड विकास अधिकारी श्याम मुरली मनोहर मिश्रा के देख रेख में चुनाव सम्पन्न कराया गया था। जिसमें संचालक मण्डल कठेला से चिनकू, डोकम से प्रमोद कुमार को धोबहा से अनारा देवी, मुडिला से विमला देवी, रोमनदेई से राघवेन्द्र सिंह, शाहपुर से संजय सिंह, सोनखर से घमालू, हड़‌कौली से अश्वनी कुमार सिंह, हृदयनगर से शैलेष पाण्डेय ने पर्चा भरा था। वहीं कोई अन्य पर्चा न आने से समस्त संचालक मंण्डल के सदस्यों को निर्विरोध निर्वचित किया गया था। जिसमें अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद का चुनाव 17 अक्टूबर को होना सुनिश्चित हुआ था।
अब बढ़नी क्षेत्र के कई गन्ना किसानों ने उक्त चुनाव को लेकर बिना प्रचार प्रसार व सूचना प्रसारित किये गुप चुप तरीके चुनाव कराने का आरोप लगाया है। जिसमें बढ़नी ब्लाक के गन्ना किसान उदय शंकर,देव नारायण, अशोक कुमार, अनिल कुमार, गुरु प्रसाद,राम बली ,राम नेवास, मालती, राम किशोर, राम समुझ,राम संवारे, घुरहू, हरीराम,राम बहादुर,सुभावती आदि लोगों के अगुआ ग्राम पंचायत परसा दिवान निवासी राजनरायन पांडे ने सोसल मीडिया के माध्यम से आनलाइन जिलाधिकारी व गन्ना आयुक्त को अवगत कराते हुए पुनः चुनाव कराये जाने की मांग की है।
उन्होंने लिखा है कि गन्ना सहकारी समिति में डेलीगेट और डाइरेक्टर तथा डिप्टी डायरेक्टर के चुनाव में गन्ना किसानों को सूचना नही दी गई तथा गोपनीय रुप से इसका चुनाव हो रहा है। इस तरीके से चुनाव करने-कराने से गन्ना किसानों का अहित होता है ।क्योंकि ऐसे अपात्र व्यक्ति भी पदाधिकारी हो जाते हैं जिनका गन्ने की खेती से दूर-दूर तक कोई सम्बंध नही रहता है। लगभग बीस वर्ष पहले ऐसा ही हुआ था बैरिहवा निवासी एक व्यक्ति को डाइरेक्टर गोपनीय रुप से चुन लिया गया था । तत्पश्चात उन्होंने हम गन्ना किसानों का गन्ना क्रय केंद्र तुलसीपुर सुगर मिल से हटा कर बजाज सुगर मिल को हस्तांतरित कर दिए थे ।जिसका परिणाम यह हुआ था कि बजाज सुगर मिल का एक-एक वर्ष तक गन्ना मूल्य बकाया रखने के कारण हमारे गन्ना किसान आर्थिक रूप से परेशान होकर गन्ने की खेती करना बन्द कर दिये थे। पिछले पांच -छ: वर्ष से लगातार अथक प्रयास करके किसी प्रकार से सांसद से मिलकर हम सभी किसान पत्र लिखाकर गन्ना आयुक्त महोदय से पुनः तुलसीपुर शुगर मिल को गन्ना क्रय-केन्द्र हस्तांतरित कराया गया था।
अतः आप श्रीमान से निवेदन है कि तत्काल प्रभाव से यह वर्तमान डेलीगेट और डाइरेक्टर तथा डिप्टी डायरेक्टर का चुनाव निरस्त कराने की कृपा करें तथा पुन सभी गन्ना किसानों सूचित करके ही चुनाव प्रक्रिया प्रारंभ की जाए जिससे सुचिता पूर्ण एवं निष्पक्ष चुनाव सम्पन्न कराया जा सके। गन्ना किसानों के हित को देखते यह निर्णय अतिआवश्यक है ।
उक्त संबंध में खंड विकास अधिकारी श्याम मुरली मनोहर मिश्र का कहना है कि प्रचार प्रसार हुआ था, कुछ लोग नहीं पहुंच पाये होंगे। लेकिन हमारे पास ऐसी कोई शिकायत भी नहीं आई है। उच्चाधिकारियों का जैसा दिशा-निर्देश आयेगा, आगे की कार्यवाही की जायेगी।

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