विश्व सेवा संघ संवाद सूत्र

बढ़नी- विधानसभा शोहरतगढ़़ के क्षेत्रीय विधायक विनय कुमार वर्मा ने पत्नी बबिता वर्मा के साथ छठ् घाट पर पूजा अर्चना कर सभी स्वच्छता प्रहरियों को हृदय से कोटि-कोटि आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि आपकी अथक मेहनत और समर्पण का ही परिणाम रहा कि जिले के सभी छठ घाटों पर स्वच्छता का आलोक छाया रहा। नदी-सरोवरों का जल निर्मल व पवित्र बना रहा, जिससे व्रती माताओं-बहनों को पूजन-अर्चन में अपार सुविधा मिली। स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारी, कर्मचारी और चिकित्सकों को भी हृदय से धन्यवाद। आपकी सतत सेवा भावना और तत्परता के कारण किसी को कोई कठिनाई नहीं हुई। आपने अपने दायित्वों का निर्वहन तन-मन-धन से किया। सभी खंड विकास अधिकारियों एवं नगर निकायों के सभी अधिशासी अधिकारियों तथा उनकी पूरी टीमों को भी हार्दिक धन्यवाद, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में घाटों की स्वच्छता, सजावट और व्यवस्था में अद्वितीय योगदान दिया। उनके सामूहिक प्रयासों से पूरा जनपद छठ महापर्व की भक्ति भावना में सराबोर दिखाई दिया। पुलिस विभाग के सभी कर्मियों को सादर नमन, जिन्होंने विषम परिस्थितियों में भी अपने कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक पालन किया। विशेष आभार महिला पुलिस कर्मियों का, जिन्होंने स्वयं व्रत व पूजा में भाग लेकर भी अपनी ड्यूटी को पूरी निष्ठा से निभायी। गोताखोर भाइयों को भी प्रणाम, जो घाटों पर पूरी सजगता और सेवा भाव से डटे रहे। मीडिया कर्मियों को हृदय से धन्यवाद, जिन्होंने व्रती माताओं-बहनों के साथ घाटों पर पहुंचकर इस लोक आस्था के महापर्व के दिव्य दृश्यों को अपने कैमरे और शब्दों के माध्यम से न केवल जिलेवासियों, बल्कि पूरे प्रदेश और देश के लोगों तक पहुंचाया। आप सबकी बदौलत यह ऐतिहासिक क्षण जनमानस की स्मृति में सदा अमर रहेगा। जिलाधिकारी डॉ. राजा गणपति और पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक महाजन सहित उनकी पूरी टीम को भी हृदय से धन्यवाद, जिनके सतत मार्गदर्शन व प्रयासों से यह महापर्व पूर्ण शांति, सुव्यवस्था और दिव्यता के साथ सम्पन्न हुआ। छठ घाटों की नव्य छटा ने सभी का मन मोह लिया। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी और उत्तर प्रदेश के कर्मयोगी मुख्यमंत्री माननीय योगी आदित्यनाथ जी को हृदय से आभार। उनके नेतृत्व में अमृत सरोवरों की नवजागृति व जनआस्था का यह उत्सव सचमुच एक राष्ट्रीय भावनाओं का उत्सव बन गया है। आज छठ व्रत न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान है, बल्कि यह परिवार, समाज और राष्ट्र की सामूहिक चेतना का प्रतीक बन गया है। इस पावन अवसर पर उन सभी व्रती माताओं-बहनों को हृदय से प्रणाम, जिन्होंने अपनी तपस्या और श्रद्धा से पूरे जनपद को पवित्रता, ऊर्जा और आशीर्वाद से भर दिया है।

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