संवेदनशील बनें, हर पीड़ित तक समय पर पहुँचे सहायता : डीएम

विश्व सेवा संघ, न्यूज टीम

लखीमपुर खीरी – पुलिस लाइंस सभागार में शुक्रवार को “मानव तस्करी और बाल यौन शोषण से सुरक्षा एवं किशोर न्याय अधिनियम” से संबंधित एक दिवसीय जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला शक्ति वाहिनी संस्था के सहयोग से आयोजित हुई, जिसकी अध्यक्षता डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल एवं एसपी संकल्प शर्मा ने संयुक्त रूप से की।

कार्यशाला को संबोधित करते हुए डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने कहा कि बचपन की सुरक्षा और गरिमा की रक्षा प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। मानव तस्करी और बाल यौन शोषण जैसे अपराध हमारे समाज पर गहरा आघात करते हैं। इनसे निपटने के लिए सिर्फ कानून ही नहीं, संवेदनशीलता और सक्रियता भी ज़रूरी है। उन्होंने अधिकारियों से अपील की कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रिय रहकर संभावित पीड़ितों की समय रहते पहचान करें और हर स्तर पर सहयोग करें। एसपी संकल्प शर्मा ने कहा कि बाल यौन शोषण और मानव तस्करी के मामलों में पुलिस को संवेदनशीलता और तत्परता के साथ कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जागरूकता ही इन अपराधों के विरुद्ध सबसे बड़ा हथियार है।

कार्यशाला में मानव तस्करी और बाल यौन शोषण की परिभाषा, प्रकार, किशोर न्याय अधिनियम के प्रावधान, बाल कल्याण समितियों और बाल संरक्षण इकाइयों की भूमिका, पीड़ितों की पहचान व पुनर्वास तथा संबंधित कानूनी प्रावधानों पर विस्तार से चर्चा की गई। शक्ति वाहिनी संस्था से एजुकेटिव डायरेक्टर निशिकांत और अधिवक्ता सुरभि शिवपुरी ने केस स्टडी, प्रेजेंटेशन और व्यावहारिक उदाहरणों के माध्यम से प्रतिभागियों को विषय की गंभीरता से अवगत कराया गया।

इस अवसर पर एएसपी पवन गौतम, डीपीओ लवकुश भार्गव, बाल कल्याण समिति के सदस्य, चाइल्डलाइन, शिक्षा विभाग, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, समाजसेवी संस्थाएं मौजूद रहे। कार्यशाला के अंत में सभी विभागों और संस्थाओं ने मिलकर जनपद को बाल तस्करी और शोषण से मुक्त बनाने का संकल्प लिया।

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"चाटुकारिता नहीं पत्रकारिता ✍️✍️"

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