डीएम साहब सड़कों पर मौत बनकर बिना नंबर प्लेट के दौड़ रही दर्जनों ट्रैक्टर – ट्रालियों पर कब लगेगी लगाम ?प्रशासन की मेहरबानी से ढेबरुआ थाना क्षेत्र में बिना रोक-टोक के अवैध खनन जारी, बिना डीएल के नाबालिग चला रहे गाड़ी जिम्मेदारों की मिली भगत से टीशम ,बरगदवा, धनौरा बुजुर्ग घोरही नदी के आसपास खनन माफिया रीपर से भरकर बढ़नी क्षेत्र में मंहगे दामों पर बेच रहे बालु मिट्टीविश्व सेवा संघ संवाद सूत्र बढ़नी- लोग कहावत कहते हैं कि ” जब सैंया भए कोतवाल तो अब डर काहें का” जब साहब की मेहरबानी चोरों, तस्करों और अपराधियों पर हो जाये तो फिर डर किस बात का… फिर अपराधी बेखौफ होकर घटनाओं को अंजाम देते हैं और साहब के साथ कुर्सियों पर बैठ कर चाय की चुस्कियां लेकर कहते हैं कि साहब की मेहरबानी से सब ठीक-ठाक चल रहा है। डरने की कोई बात नही है। सूत्रों की मानें तो ढेबरुआ थाना क्षेत्र में इन दिनों चोरी, तस्करी, स्मैकियों की बाढ़ आ गई है। प्रशासन इन चीजों पर लगाम लगाने में नाकाम साबित हो रहा है। लगातार घरों में चोरी होने के साथ ही कई लोगों की बाइक चोरी हो चुकी है। जिसमें अधिकतर मामलों में कोई मामला दर्ज नही हुआ है। जिससे लोगों का भरोसा और विश्वास शासन प्रशासन से उठता जा रहा है। गांवों में लोगों को रात भर जागकर पहरा देना पड़ता है। लोगों की नींद हराम हो गई है।साथ ही बढ़नी क्षेत्र में अवैध मिट्टी खनन का काला कारोबार रुकने का नाम नहीं ले रहा है। जबकि लगातार खबरें भी प्रकाशित हो रही हैं। फिर भी प्रशासनिक अमला कानों में तेल डालकर कुंभकर्णी नींद में सोया हुआ है। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार ढेबरुआ थाना क्षेत्र के टीशम,बरगदवा, धनौरा बुजुर्ग घोरही नदी के आसपास खाली पड़ी जमीनों पर रिपर लगाकर खनन माफिया मिट्टी भरकर नगर पंचायत बढ़नी क्षेत्र में हो रहे निर्माण कार्यों में महंगे दामों पर बेच रहे हैं। जबकि उक्त जगहों से अवैध खनन के दौरान शोहरत गढ़ तहसील प्रशासन ने विगत कई माह पहले एक ट्रैक्टर ट्राली पकड़ कर कोरम पूरा करते हुए कार्रवाई भी कर चुका है। लेकिन सेटिंग गेटिंग के जरिए यह अवैध कारोबार रुकने का नाम नहीं ले रहा है। कई ट्रैक्टर चालक बिना डीएल के ऐसे अवैध कार्यो में निजी कृषि कार्य हेतु रजिस्टर्ड ट्रैक्टर ट्रालियां बिना नंबर प्लेट के सड़कों पर दौड़ा रहे है जो राहगीरों के लिए खतरा बने हुए हैं। जबकि कि सामने से गुजरने वाले लोगों के रोगंटे खड़ी हो जाती है। जिससे कभी भी सड़क दुघर्टना हो सकती है। और इसका जिम्मेदार कहीं ना कहीं शासन प्रशासन ही होगा। कुछ माह पहले एक एसडीएम के गाड़ी में टक्कर मारने पर कार्रवाई की गई थी। जिससे साफ पता चलता है कि आम आदमी के जिंदगी की कोई कीमत नही है। जब तक खुद प्रशासन के लोग उदाहरण न बन जाये।उक्त संबंध में एसडीएम शोहरत गढ़ विवेकानन्द मिश्र कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन तो दे रहे हैं। लेकिन लगाम कब लगेगा यह उन्हें भी नहीं पता है। खनन अधिकारी मुकेश कुमार मिश्र अभी जगह ढूंढ रहे हैं जैसे मानो उन्हें कुछ मालूम ही नहीं है।क्षेत्राधिकारी प्रवीन प्रकाश का कहना है कि पुलिस प्रशासन त्योहार में व्यस्त हैं,समय मिलने पर लगाम लगाई जायेगी। अब देखने वाली बात यह है कि प्रशासन इन चीजों पर लगाम लगाने में कामयाब होती है या फिर सेटिंग गेटिंग के जरिए अपराधी ही प्रशासन पर भारी पड़ रहे हैं।