विश्व सेवा संघ, न्यूज टीम

लखीमपुर खीरी में एक विवाहिता ने रविवार दोपहर जहर खा लिया। उसे लखनऊ रेफर किया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। विवाहिता के पास से सुसाइड नोट मिला है, जिसमें आप मुझे समझ नहीं पाए। बस इतनी शिकायत है। 

लखीमपुर खीरी के सदर कोतवाली क्षेत्र में एक विवाहिता ने जहर खाकर जान दे दी। विवाहिता रविवार दोपहर ही मायके से ससुराल आई थी। बच्चों को खाना खिलाकर कमरे में गई। कुछ ही देर के बाद अचानक उसकी हालत बिगड़ने लगी। विवाहिता की हालत बिगड़ते देख परिजन उसे जिला अस्पताल ले गए, जहां से उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया। लखनऊ में इलाज के दौरान मौत हो गई। 

विवाहिता के पास से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, जिसमें उसने अपने पति को संबोधित करते हुए लिखा है कि आप मुझे समझ नहीं पाए। बस इतनी शिकायत है। आशंका है कि घरेलू कलह में विवाहिता ने जान दी है। हालांकि सुसाइड नोट में किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया है। लिखा है कि किसी पर कोई कार्रवाई न की जाए। 

लखनऊ में तोड़ा दम 
सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला कमलापुर निवासी संगम की पत्नी अंजली (22 वर्ष) ने रविवार की दोपहर जहरीला पदार्थ खा लिया। इसकी जानकारी होने पर परिजन उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां पर चले इलाज के दौरान हालत में कोई सुधार न होने की वजह से चिकित्सकों ने अंजली को लखनऊ रेफर कर दिया था, जहां रविवार रात तीन बजे उसने दम तोड़ दिया। 

मायका पक्ष ने लगाया यह आरोप 
इसकी जानकारी परिजनों ने थाना पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। मायका पक्ष का आरोप है कि विवाहिता को ससुरालियों ने जबरन जहरीला पदार्थ खिला दिया है। सुसाइड नोट में किसी तरह का आरोप नहीं लगाया गया है, लेकिन जो बातें लिखी हैं उससे प्रतीत होता है कि अंजलि और उसके पति के बीच अनबन चल रही थी। फिलहाल पुलिस जांच में जुटी है। 

सुसाइड नोट में ये लिखा 
सुसाइड नोट में लिखा है, ‘संगम जी, आप हमेशा कहते थे कि मेरी जिंदगी बर्बाद हो गई। आपकी जिंदगी सुधारने के लिए मैंने यह किया है। मुझे माफ कर देना। मैं आप से लड़ाई करती थी, अब नहीं करुंगी। मेरी कसम आप दूसरी शादी कर लेना। आप उसके साथ खुश रहना। हमें आप से सब कुछ मिल गया है। अब इस दुनिया से मुझे कोई शिकायत नहीं है। पति के लिए यह भी लिखा है कि मेरे पैसों से ही कफन लाना, सिर्फ सिंदूर अपने पैसों से लाना। आगे लिखा कि आप मुझे समझ नहीं पाए, बस इतनी शिकायत है।

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"चाटुकारिता नहीं पत्रकारिता ✍️✍️"

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