
विश्व सेवा संघ संवाददाता
जय प्रकाश त्रिपाठी
की रिपोर्ट
सिद्धार्थनगर। विकासखंड खुनियांव अंतर्गत ग्राम पंचायत नवेल में मनरेगा कार्यों की पारदर्शिता, जवाबदेही और सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए सामाजिक अंकेक्षण (सोशल ऑडिट) की बैठक पंचायत भवन में आयोजित हुई।
बैठक की अध्यक्षता बलराम जी ने की, जबकि सोशल ऑडिट टीम की लीडर संगीता मौर्य व टीम सदस्य शिवपूजन, छोटेलाल और रामप्रकाश ने ग्रामीणों को संबोधित किया। इस दौरान ग्राम प्रधान राजकुमारी निषाद, प्रधान प्रतिनिधि राजू, रोजगार सेवक रामबदन, पंचायत सहायक जैसराम और मेट श्याममती मौजूद रहीं।
वित्तीय वर्ष 2024 25 की मनरेगा अंतर्गत कराए गए कार्यों की संख्या 27 रही जिसकी निरीक्षण विषयक संगीता मौर्य और उनकी टीम ने किया।
ग्राम पंचायत नवेल की जनसंख्या लगभग 4150 है। यहां 945 जॉब कार्ड पंजीकृत हैं, जिनमें 265 सक्रिय हैं। बैठक में दर्जनों मनरेगा मजदूरों ने हिस्सा लिया।
टीम लीडर संगीता मौर्य ने बताया कि मजदूरों की दैनिक मजदूरी अप्रैल 2025 से बढ़ाकर 252 रुपए कर दी गई है। कार्यस्थल पर पेयजल, प्राथमिक उपचार किट और धूप से बचाव की व्यवस्था रोजगार सेवक द्वारा की जाती है। महिलाओं के छोटे बच्चों की देखरेख हेतु मजदूरों में से किसी वृद्ध महिला को लगाया जाता है, जिन्हें मजदूरी भी दी जाती है।
मजदूरों ने बैठक में शिकायत की कि उन्हें समय पर भुगतान नहीं मिल रहा। जनवरी 2025 में किए गए कार्यों का भुगतान अब तक लंबित है, जिससे परिवार के भरण-पोषण में कठिनाई हो रही है। उन्होंने मजदूरी बढ़ाने और भुगतान 1–2 सप्ताह के भीतर करने की मांग की।
बैठक में यह भी चर्चा हुई कि सिंचाई विभाग द्वारा कराए गए कुछ कार्यों में मजदूरों की जानकारी स्पष्ट नहीं है और विभागीय अधिकारी बैठक में अनुपस्थित रहे। ग्रामीणों ने कहा कि यदि विभाग काम कराता है तो मनरेगा मजदूरों को भी शामिल किया जाए।
सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न हुई इस बैठक में सोशल ऑडिट के सभी पहलुओं को विस्तार से ग्रामीणों के सामने रखा गया।