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विकासखंड भनवापुर की ग्राम पंचायत बुढ़ऊ में विकास कार्यों के नाम पर बड़े पैमाने पर घोटाले का आरोप सामने आया है। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम प्रधान और सचिव की मिलीभगत से पंचायत निधि में भारी अनियमितता की गई है। कई योजनाओं में लाखों रुपये का भुगतान तो कर दिया गया, लेकिन धरातल पर कोई कार्य नहीं हुआ।

नाम न बताने की शर्त पर ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत में कई ऐसे कार्य दिखाए गए हैं, जो केवल कागजों पर ही पूरे हुए हैं। गांव में न तो सोखपिट बने हैं, न हैंडपंप की मरम्मत हुई है, न ही सुंदरीकरण या सीसीटीवी कैमरे दिखाई दे रहे हैं।


📦 घोटालों की सूची (ग्रामीणों के अनुसार)

1️⃣ सोखपिट निर्माण — ₹31,505 (दिनांक 29 सितंबर 2025)
▶ कोई कार्य नहीं किया गया।

2️⃣ बुढ़ऊ चौराहे का सुंदरीकरण — ₹69,451 (दिनांक 15 अगस्त 2025)
▶ भुगतान हुआ, पर चौराहे पर कोई विकास कार्य नहीं दिखा।

3️⃣ हैंडपंप रिबोर एवं मरम्मत — ₹4,62,597
▶ अलग-अलग आईडी से भुगतान, पर किसी भी सरकारी हैंडपंप का रिबोर नहीं हुआ।

4️⃣ सीसीटीवी कैमरा स्थापना — ₹4,33,500 (जनवरी–फरवरी 2024)
▶ “दिव्या इंटरप्राइजेज” नामक फर्म को भुगतान, पर गांव में एक भी कैमरा नहीं लगा।

5️⃣ वृक्षारोपण मद — ₹20,100
▶ प्रधान द्वारा स्वयं के खाते में ट्रांसफर, जबकि पौधे निःशुल्क मिलते हैं।

6️⃣ “विकसित भारत” कार्यक्रम — ₹19,500
▶ प्रधान द्वारा अपने ही खाते में राशि ट्रांसफर कर ली गई।


सामुदायिक शौचालय बदहाल
ग्राम पंचायत में बना सामुदायिक शौचालय महीनों से बंद पड़ा है। ग्रामीणों ने बताया कि गड्ढा भर जाने से सफाई नहीं होती और केयरटेकर को फिर भी मानदेय दिया जा रहा है। जिन परिवारों के पास निजी शौचालय नहीं है, वे खुले में शौच करने को मजबूर हैं।


अधिकारियों की प्रतिक्रिया
ग्राम पंचायत सचिव ने बताया कि उन्हें हाल ही में चार्ज मिला है, इसलिए पुराने कार्यों की जानकारी नहीं है।
वहीं ब्लॉक विकास अधिकारी, भनवापुर ने कहा कि उन्हें इस संबंध में जानकारी नहीं थी, जांच कराई जाएगी।


ग्रामीणों की चेतावनी
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि समस्त भुगतान और कार्यों की जांच कराई जाए। यदि समय रहते कार्रवाई नहीं की गई तो वे जिलाधिकारी सिद्धार्थनगर को लिखित शिकायत देंगे और आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।

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